जल बना जानी दुश्मन रेणु शर्मा नदी नाले उफान पर जिंदगी खतरे के निशान परलहरों का प्रहार है, नदिया हुई विकराल हैलोग हुए बेहाल हैं।नदियों का रौद्र रूप सब बहाने को बेताब हैखेत-खलिहान और आसियान सब पानी-पानी हैलहरों का प्रहार है, नदिया हुई विकराल हैलोग हुए बेहाल हैं।जो जहां है वहीं फंसा हुआ हैआसमान से बरसती आफत हैलहरों का प्रहार है, नदिया हुई विकराल हैलोग हुए बेहाल हैं।बाढ़ में डूबा-डूबा सा आधा हिंदुस्तान हैटूटा पहाड़,सड़क पर सैलाब,नदियों में उफान हैलहरों का प्रहार है, नदिया हुई विकराल हैलोग हुए बेहाल हैं।।पानी मे डूबे भक्त और भगवान हैरेगिस्तान बना जलिस्तान है, इसका कारण स्वयं इंसान हैलहरों का प्रहार है, नदिया हुई विकराल हैलोग हुए बेहाल हैं।