उसने ही रूला दिया

खो जाने का गम कहाँ
पा लेने की खुशी भर है।
अब तो बस लगे की
जिन्दगी ही कम है।
खडे़ थे अकेले राह में
कि उसने बुला लिया
समझा जिसे अपना
उसने ही रूला दिया।