फिर आऊंगा गीत लिए देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' मत रोक मुझे अब जाने देऐ मीत मेरे, मेरे साथीफिर आऊंगा गीत लिएमनमीत मिलन के बाराती ।।दूर चला जाऊं कितना भीहर पल तेरे पास रहूंगातू खुश तो मैं भी खुश प्रियतमतू नम तो मैं उदास रहूंगा ।।सूना होगा घर का आंगनसूने होंगे गलियारेमोती बनकर बरसेंगेमेरे दो नैना कजरारे ।।कजरारे नैनों में मेरीयादों के कुछ पल रखनाजब भी हो तन्हा तुम उनसेजाकर अपना ग़म कहना ।।दिल की बातें दिल ही जानेनैनों को क्या समझानातुझ बिन रोता है दिल मेराआंखे तो है एक बहाना ।।छोड़ बहाने आँखों केदिल से दिल मिल जाने देमै फिर वापस आऊँगाअब अश्कों को थम जाने दे ।।