किसान कैसे हो सकते हैं!

जवानों को कुचलने वाले
किसान कैसे हो सकते हैं !
पत्थर मार कर घायल करने वाले
किसान नही हो सकते हैं ।
हम देश भक्ति में थे डूबे
उस पर आतंक फैला कर
प्रदर्शन करने वाले ये
किसान नही हो सकते हैं ।

पुलिस वालों को करके ये घायल
किसान नही हो सकते हैं
लालकिले पर उन्माद करके
तिरंगे के नीचे अपने मतलब का
झंडा फहरा कर आक्रोश में जो
वो किसान नही हो सकते हैं।
दिन था आज जश्न मनाने का
उस जश्न में दंगा फैला कर
वो किसान नही हो सकते हैं।

देख कर आज उन्माद इनका
हैरान हैं सब, सोचने को मजबूर,
ये कदापि नही, बिल्कुल नही
किसान हो ही नही सकते हैं !
तिरंगे झंडे का अपमान करने वाले
किसान नही हो सकते हैं।