कह देना
कुछ तो मनुहार करें,कह देना
कुछ तो इजहार करें, कह देना,
चाहत की डोर बँधे,अब तो हम
अनुपम उपहार करें, कह देना ।
गम का विरवा न उपजने पाए
मधुमय तकरार करें, कह देना,
दिल की चाहत न करें, प्रतिबंधित
सपने साकार करें, कह देना ।
उपक्रम है स्नेह सरस जीवन का
जीवन सत्कार करें, कह देना,
पिंहँके कहुँ मोर, कुहुकती कोयल
पपिहे भी वार करें, कह देना ।
तन्हाई पीर प्रबल, देती है
कुछ तो उपचार करें, कह देना,
मन की मन में न कहीं, रह जाए
ऋतुवर त्योहार करें, कह देना ।
ऐ ख़त जा नेह गली, चुपके से
प्रिय लोचन चार करें, कह देना,
सब कुछ स्वीकार किए है “सागर”,
चाहे जो यार करें, कह देना ।