जिंदा रहना सीख लिया है देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत' दुख के सागर की लहरों सेडटकर लड़ना सीख लिया हैतेरे सहारे फिर से मैंनेकोशिश करना सीख लिया है।जीने मरने की कसमों कीनही रही परवाह कोई अबएक दूजे में जब से हमनेजिंदा रहना सीख लिया है।