आज की मांग

आज शुद्धता की नहीं,
शीघ्रता की मांग है ।
आज नम्रता की नहीं,
उग्रता की मांग है ।
आज मानवता की नहीं,
पशुता की मांग है ।

आज शिक्षा की नहीं,
साक्षरता की मांग है।
आज पवित्रता की नहीं,
पतिता की मांग है ।
आज योग्यता की नहीं,
भोक्ता की मांग है।