आये नंदलाला राजीव रंजन देवकी ने जन्म दिया यशोदा ने पाला,मिलकर मनाओ खुशी आये नंदलाला।अपने कन्हैया माखन चुराते हैं,मिलकर गोपियों संग रास भी रचाते हैं।एक-दूजे के बिन दोनों आधा-आधा,न राधा बिन कृष्ण न कृष्ण बिन राधा।यारी निभाई कृष्ण ने क्या कोई निभाएगा,जो निभा दिया तो इतिहास बन जायेगा।कृष्ण-सुदामा की दोस्ती आज भी मिसाल है,मित्र हो कृष्ण जैसा तो जिंदगी मालामाल है।ईश्वर के रूप में उन्हें जानते हैं,हम सब उन्हें ईश्वर ही मानते हैं ।आस्था के डोर को, कुंठा से मत तोड़ो,कृष्ण को कृष्ण ही रहने दो जाति से मत जोड़ो।