आये नंदलाला

देवकी ने जन्म दिया यशोदा ने पाला,
मिलकर मनाओ खुशी आये नंदलाला।

अपने कन्हैया माखन चुराते हैं,
मिलकर गोपियों संग रास भी रचाते हैं।

एक-दूजे के बिन दोनों आधा-आधा,
न राधा बिन कृष्ण न कृष्ण बिन राधा।

यारी निभाई कृष्ण ने क्या कोई निभाएगा,
जो निभा दिया तो इतिहास बन जायेगा।

कृष्ण-सुदामा की दोस्ती आज भी मिसाल है,
मित्र हो कृष्ण जैसा तो जिंदगी मालामाल है।

ईश्वर के रूप में उन्हें जानते हैं,
हम सब उन्हें ईश्वर ही मानते हैं ।

आस्था के डोर को, कुंठा से मत तोड़ो,
कृष्ण को कृष्ण ही रहने दो जाति से मत जोड़ो।