दिल में हिन्दुस्तान रखो राजीव रंजन होठों पर राष्ट्रगान रखो,आँखों में स्वप्न महान रखो,लक्ष्य राष्ट्र-निर्माण रखो,रहो कहीं भी दुनिया मेंदिल में हिन्दुस्तान रखो।ये मिट्टी अपनी माँ है,इस मिट्टी का मान रखो।मातृभूमि की रक्षा हेतुहथेली पर जान रखो।रहो कहीं भी दुनिया मेंदिल में हिन्दुस्तान रखो।योग,ध्यान,तप,संयम से,खुद को ऊर्जावान रखो।प्रतिभा परिश्रम प्रज्ञा से,अपनी अलग पहचान रखो।रहो कहीं भी दुनिया में,दिल में हिन्दुस्तान रखो।बेशक कदम बढ़ाओ आगे,पर अतीत का ज्ञान रखो।पुरखों की अर्जित आजादी है,याद उनका बलिदान रखो।रहो कहीं भी दुनिया मेंदिल में हिन्दुस्तान रखो।