बताओ ज़रा

ये हंगामा क्या है, हमें भी बताओ ज़रा
नाकामी छुपाते हो कैसे, बताओ ज़रा। 

तुम तो खुदा के बन्दे हो,सब जानते हैं
इंसाँ को लड़ाते हो कैसे, बताओ ज़रा। 

पुलिस,कोर्ट,सदन सब तुम्हारी जेब में
फिर आँसू बहाते हो कैसे, बताओ ज़रा। 

गरीब, मजदूर, मजबूर के मसीहा तुम
उन से मुँह चराते हो कैसे, बताओ ज़रा। 

रोटी,बेटी,खेती सब गिरवी तुम्हारे पास
सब को बेच आते हो कैसे, बताओ ज़रा। 

धर्म, ज्ञान, विज्ञान के बड़े पैरोकार तुम
फिर झूठ बनाते हो कैसे, बताओ ज़रा।