समय ना मिले
भक्ति कर ले प्रभु की अभी
ना मिलेगा समय फिर कभी।
झूठे रिश्ते हैं जग के यह सारे
तुझको लगते हैं इतने जो प्यारे।
प्यार इतना ना इन पर जता
संग चले ना यह तेरे कभी।
भक्ति कर ले प्रभु की अभी
ना मिलेगा समय फिर कभी।
पाँच पांडव भी थे बलधारी
संग जिनके थे कृष्ण मुरारी।
काल की मार उन पर भी पड़ी
मिल गए सब माटी में यहीं।
भक्ति कर ले प्रभु की अभी
ना मिलेगा समय फिर कभी।
सुंदर चंदा सा मुखड़ा तेरा
एक दिन होगा राख का ढेरा
कुछ करके तू ऐसा दिखा
याद रखें दुनिया में सभी।
भक्ति कर ले प्रभु की अभी
ना मिलेगा समय फिर कभी।
‘धर्मवीर’है सब एक धोखा
आज पा ले प्रभु को है मौका।
टूट जाए ना साँसो की डोर
प्रेम कर ले प्रभु से अभी।
भक्ति कर ले प्रभु की अभी
ना मिलेगा समय फिर कभी।