विश्वास सुमन शर्मा इक आस है, विश्वास हैयह वक्त बदल ही जाएगाकुदरत का कहर जो बरप रहावो भी ठहर जाएगा।फिर से होगा नूतन विहानरवि नव प्रकाश फैलाएगाइस रात्रि की भी होगी भोरयही आस है विश्वास है।