विश्वास

इक आस है, विश्वास है
यह वक्त बदल ही जाएगा
कुदरत का कहर जो बरप रहा
वो भी ठहर जाएगा।

फिर से होगा नूतन विहान
रवि नव प्रकाश फैलाएगा
इस रात्रि की भी होगी भोर
यही आस है विश्वास है।