दौर सुमन शर्मा ये दौर भी बदल जाएगा,ये दौर कभी देखा ना सुना,इसने सारा संसार चुनाये वक्त भी बदल जाएगा।अदृश्य जीव ऐसा आया,कोई हथियार ना काम आयासब बेबस और लाचार हुएअस्त्र और शस्त्र बेकार हुए।मानव ने बहुत की मनमानी,प्रकृति ने अब अपनी ठानीजब क्रोध शांत हो जाएगा,अस्तित्व करुणा बरसाएगा।ये दौर भी बदल जाएगा।ये दौर भी बदल जाएगा।