जीवन सुमन शर्मा सागर की लहरों सा जीवनलहरों पर लहरें आती हैंसुख की लहरें दुख की लहरेंहर बार नया कुछ लाती हैं।आंसू लेकर इक लहर चलीतो दूजी ले मुस्कान चलीकभी सुख की छांव कभी दुख की धूपयह चलता चक्र निरंतर हैजब नभ में भानु रथ दौड़ेगातब दूर शोक का तम होगा।सम भाव रखें हम सुख दुख मेंसहज रहें हम प्रति पल मेंफिर सरल सरस जीवन होगाऔर नित नूतन अनुभव होगा।