तुमसे प्यार बहुत है कह देने से क्या होगा बेमतलब की कविता लिख देने से क्या होगा हमको तुम अब मिल नहीं सकती जान चुके है हम स्वप्न सुंदरी केवल सपनो में आने से क्या होगा ।
तुमसे प्यार बहुत है कह देने से क्या होगा ।
स्टेटस को पढ़के और पढ़ाते रहने से कम न होंगे आंसू और बहाते रहने से आसमान का तारा हो तुम जान लिया मैंने शब भर तुमको तकते ही रहने से क्या होगा ।
तुमसे प्यार बहुत है कह देने से क्या होगा ।
चाँद उसी के हिस्से होगा जिसने नींदे खोयी हों छांव उसी को मिले की जिसपर तेरी जुल्फ़े सोयी हों बिना छांव के सफर है करना मान लिया मैंने रूकती साँसों से हाल-ए-दिल कह लेने से क्या होगा ।