अभी कुछ दिन लगेंगे

इन आँखों में जो नमी है, इसको जाने में अभी कुछ दिन लगेंगे
इस बैचैन दिल को भी चैन आएगा, मगर अभी कुछ दिन लगेंगे ।

ऐ दिल, तू तसल्ली से एहतियातन अकेले जीने का तरीका ढूँढ़ ले,
हमसफ़र तो आएगा, पर उसे तुझ तक आने में, अभी कुछ दिन लगेंगे ।

रास्ते नए कुछ तलाश लिए हैं, पर अभी वो कुछ ज्यादा दुर्गम हैं,
उन रास्तों को क़दमों तक लाने में, अभी कुछ दिन लगेंगे ।

तू अब भी खुदा सा हैं इस दिल के लिए ये दिल को लगता हैं,
बदल लूंगा खुदा भी, मगर नयी मूरत बनाने में अभी कुछ दिन लगेंगे ।

कभी कभी कुछ ढलक आता है इन आँखों से मिरे रुख़सारों पर
इन आँखों में अश्कों के समंदर को सुखाने में अभी कुछ दिन लगेंगे ।

कोई बोला की सम्हलो जरा तुमको ही सम्हालना है खुद को “सचिन”
हमने बोला की सम्हल जाएंगे पर सम्हलने में अभी कुछ दिन लगेंगे ।