आप से बिल्कुल ज़ुदा है आईना सुखवीर चौधरी 'शिखर' आप से बिल्कुल ज़ुदा है आईना,सिर्फ़ सच ही बोलता है आईना।आप की सूरत में क्या क्या है छुपा,भेद सारे जानता है आईना।वक़्त को करना है अब ये फ़ैसला,बेवफ़ा या बावफ़ा है आईना।आप की क़ातिल अदाओं पर सनम ,इस क़दर क्यों मर मिटा है आईना।कौन हैं हम किसलिए आये यहाँ,आज हम से पूछता है आईना।आदमी की है समझ से तो परे,ऐ ख़ुदा ये क्या बला है आईना।हुस्न की उलझी लटाएं देखकर,आज ख़ुद इतरा रहा है आईना।