सवाल
सवाल अगर हो लाज़िमी, सवाल कर सवाल कर
अगर जवाब ना मिले, बवाल कर बवाल कर।
मगर बवाल से परे, सवाल क्या है लाज़िमी ?
हज़ार बार खुद से तू, सवाल कर सवाल कर।
न गैर लाज़िमी कभी तू भूल कर सवाल कर
अगर गलत सवाल है, सवाल का मलाल कर।
है करना क़त्ल भी अगर, तो शब्द से हलाल कर
तू तीर शब्द को बना, तू शब्द से कमाल कर
तेरे सवाल से मगर, न कौम का हवाल हो
चुनाव शब्द का तू कर, हवाल का, खयाल कर।
सवाल अगर हो लाज़िमी, सवाल कर सवाल कर
अगर जवाब ना मिले, बवाल कर बवाल कर।