आजादी
अनेकों वीर सपूतों की कुर्बानियों से
ये आज़ादी हुई थी जो हमें हासिल
बचा कर रखना है इसे हर हाल हमें
रहना नही तनिक भी ग़ाफ़िल।
भाईचारा हर हाल बना कर रखना
दीप देश प्रेम का जला कर रखना
प्रगति पथ पे निरंतर अग्रसर रखना
करें विश्व की महाशक्तियों में शामिल।
गरीबी, गंदगी का ‘टैग’ है हमें हटाना
पूरे देश के लोगों को साक्षर है बनाना
हर हाथ को उचित काम है हमें दिलाना
कोई समझे न खुद को निकम्मा, काहिल।
सब लोग अपने अपने धर्मों को मानें
ठेस पहुँचायें न दूसरों के जाने अनजाने
देश के प्रति बोलें न कभी गंदी जुबानें
बनें सभ्य नागरिक कहलाएं न ज़ाहिल।