हमको है विश्वास
मुख मंडल तेरा प्रिये, लगता बहुत अनूप।
भाता हमको है बहुत, तेरा सुन्दर रूप॥
कुमकुम टीका माथ पे, काले-काले बाल।
काले कजरारे नयन, गोरे-गोरे गाल॥
श्वेत वसन पहनें हुए, लगते खूब कमाल।
प्यारी मूँछें गाल पर, टोपी सोहे भाल॥
मिसरी से मीठे लगें, साजन तेरे बैन।
रहकर तुमसे दूर प्रिय, मिले न मन को चैन॥
जीवन भर मेरे सजन, रहना हरदम साथ।
अपनी सजनी से कभी, नहीं छुड़ाना हाथ॥
सबसे प्यारे हो मुझे, मेरे राजकुमार।
आके लग जाओ गले, करो स्वप्न साकार॥
राह निहारत नैन को, मिले न इक पल चैन।
विकल हृदय मेरा बहुत, सुनने को मृदु बैन॥
दिल की धड़कन आप हो, प्राणों का आधार।
जीवन कुंदन हो गया, हुए स्वप्न साकार॥
प्रेम विरह मे मैं जलूँ, लगी मिलन की आस।
आओगे मिलने सजन, हमको है विश्वास॥
समय न रहता एक सा, धरो हृदय में धीर।
सबपर करते हैं दया, कृपासिन्धु रघुवीर॥