कुछ

कुछ पत्र
जो लिखे नहीं
तुमको कभी
प्रेषित करने हैं
सिर्फ समीप होने पर।

कुछ भाव
जो मन ने रचे नहीं
अब तक
पहुंचाने हैं तुमको
फिर सन्निकट होने पर।

कुछ सपने
जो देखें हैं अकेले ही
तुमने और मैंने
साझा करने हैं
आपस में
फिर मुलाकात होने पर।