ये मत कहो किसी से

ये मत कहो किसी से, मैं कुछ बन नहीं सकता
ये सभी से कह दो, कोयला ही हीरा बना है।
आती हैं मुश्किलें तो, कर इनका सामना तू
मुश्किलों से ही लड़ने को, रब ने तुझे चुना है।

पत्थर ही चोट खाकर, भगवान का रूप लेता है
संघर्षों से ही लड़कर, महान कोई बना है।
विश्वास रख तू खुद पर, होगा सफल इक रोज
मेहनत के आगे तो, हर किसी का सर झुका है।

चींटी छोटी सी होकर, अपना घर बनाती
तिनके तिनके से चिड़िया, अपना महल सजाती।
आयेगा नया सवेरा, उगेगा सूरज एक दिन,
गिरकर जो है संभलता, वो ही आगे बढ़ा है।