अंजू 'सुंदर'

डिग्री कालेज में शिक्षिका होने के बावजूद अंजू ‘सुंदर‘ सामाजिक कार्यकर्ता एवं हिंदी भाषा की कलमकारा हैं। कविता एवं लघुकथा लेखन में विशेष रुचि रखती हैं। कविता के प्रमुख हस्ताक्षर, काव्य अक्षत, कितने दूर कितने पास, एकाक्षर स्तवन, आजादी का अमृत महोत्सव आदि साझा काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुकें हैं । साथ ही साहित्यनामा और वनिता जैसी पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित हो चुकी हैं। कविता लेखन के लिए निराला स्मृति सम्मान और सरोजनी नायडू सम्मानों से सम्मानित हैं। पत्रकारिता एसोसिएशन ने अटल सम्मान से वर्ष 2023 में सम्मानित किया गया है।कवयित्री की कविताओं में सामाजिक विसंगतियों पर प्रहार की झलक के साथ साथ जीवन के प्रत्येक क्षेत्र से जुड़ी रचनाएँ देखने को मिलती हैं।

अंजू 'सुंदर' की रचनाएं