चाँदनी रात

चाँदनी रात का समा होगा
दिल को वो दर्द फिर जवां होगा

तेरी चाहत का भरम
दिल मे जगाउँगा फिर
मुस्कुराने की वजह
ढूंढ के लाऊंगा फिर
तेरा हर लफ्ज फिर बयां होगा
चाँदनी रात का समा होगा।

तू जरा देख
कहाँ तक तू है
मैं जहां तक हूँ
वहां तक तू है
कैसे तू मुझसे अब जुदा होगा
चाँदनी रात का समा होगा।