एक बार भजन कर देख

एक बार भजन कर लो
सब लोक नर नारी
कट जाएगी सब तेरी
हर पीड़ा भी भारी।

भजन मीरा ने किया था
प्याले में विष भी पिया था
डूबी थी प्रेम में प्रभु के
वह सच्चा जीवन जिया था।

हटा दे मोह के पर्दे
अरे अब तेरी है बारी
कट जाएगी सब तेरी
हर पीड़ा भी भारी।

भजन शबरी ने किया था
मग्न थी प्रेम मैं प्रभु के
प्रभु हैं प्रेम के वश में
पहुँचे प्रभु आप खुद चलकर।

मत देर कर भाई
साँसों की गिनती जारी
कट जाएगी सब तेरी
हर पीड़ा भी भारी ।

अगर ईश्वर से मिलना है
तो खोजो सच्चे सतगुरु को
शरण में जा जरा उनके
मिटा देंगे वह अवगुण को।

घनी है रात माया की
सकल सोए हैं नर नारी
कट जाएगी सब तेरी
हर पीड़ा भी भारी।