स्वतंत्रता
स्वतंत्र वही जो जीवन में
हृदय की आवाज को सुनता है
दुनिया का जंजाल काटकर
ज्ञान मार्ग पर चलता है।
दुनिया की कैद कुछ सालों की
मन का कैदी हर क्षण रहता
जब तक इस मन की कैद से
छुटकारा नहीं हो जायेगा
तब जाकर इस दुनिया में
उद्धार तेरा हो पाएगा।
मन की तृष्णा को छोड़कर
और कृष्णा से मिल जाएगा।
स्वतंत्र वही जो जीवन में
ह्रदय की आवाज को सुनता है
दुनिया का जंजाल काटकर
और ज्ञान मार्ग पर चलता है।
तृष्णा ही पागल करती है
और तृष्णा से बौराता आता है
जितना संसार से प्रेम करें
संसार सताने आता है
नानक मीरा और कबीर सब
ह्रदय की सदा ही सुनते थे
स्वतंत्र सदा वह जीवन में
ह्रदय आकाश में उड़ते थे।
स्वतंत्र वही जो जीवन में
हृदय की आवाज को सुनता है
दुनिया का जंजाल काटकर
और ज्ञान मार्ग पर चलता है।
दुनिया में तुम रह करके
कार्य सदा तुम करो सभी
लेकिन मानवता सर्वश्रेष्ठ है
है प्रथम इसको करो अभी।
मानव एक ईश्वर एक
और एक ही है मानवता
मानव और ईश्वर से प्रेम करो
छोड़ो जग में तुम दानव था।
स्वतंत्र वही जो जीवन में
हृदय की आवाज को सुनता है
दुनिया का जंजाल काटकर
और ज्ञान मार्ग पर चलता है।
छोटी गागर प्यास बड़ी
इच्छा की न प्यास बुझाएगी
मिला समय अनमोल तुझे
यह समय ना वापिस आएगा
जैसे पत्ता टूटा डाल से
ना डाली पर लग पाएगा
यह मानव जीवन हीरा है।
देवताओं को भी दुर्लभ है
हीरा पाकर निर्धन रहे
वह मानव बड़ा ही दुर्बल है।
स्वतंत्र वही जो जीवन में
हृदय की आवाज को सुनता है
दुनिया का जंजाल काटकर
और ज्ञान मार्ग पर चलता है।