यादें

उठती लहरों में कुछ लहरें थम जाती हैं,
हंसती जिंदगी में कुछ कठिनाई आ ही जाती है,
उड़ती धूल में कुछ धूल बैठ ही जाती है,
रास्ते में कुछ मुश्किलें आ ही जाती है,
बीती जाती जिंदगी में कुछ यादें बन ही जाती हैं।

सजते आंखों में कुछ सपने टूट ही जातें है,
चमकते सितारे कुछ टूट ही जातें है,
चलते तूफानों में कुछ घर बिखर ही जातें हैं,
सच्चे रिश्तों भी कुछ टूट बिखर जाते हैं,
फूलों से गुजरी हवा भी खूशबूदार हो जाती है,
सच्चे रिश्तों में भी कुछ यादें बन जाती हैं।