तुम हारना मत

मुश्किलों से लड़कर
हर दर्द को सहकर,
हर जख्म को भुला कर,
बस चलते रहना,
तुम हारना मत।

नींद चैन को त्याग कर,
खुशी को अर्पण कर,
सूरज की तरह बनकर,
बस चलते रहना,
तुम हारना मत।

कांटों भरी राहों में,
हर अंधेरी रातों में,
हर चलती आंधी में,
बस चलते रहना,
तुम हारना मत।