
डॉ मोहन लाल अरोड़ा
मै एक छोटा सा डाक्टर हमेशा मरीजों के दुख दर्द में रहा और उनकी सेवा मे लगा रहा बदले में मुझे बहुत सारा आशीर्वाद प्यार और धन के इलावा इज्जत और नाम भी मिला। समाज सेवा में जुड़े और सम्माननीय लोगों से मिलना हुआ, लिखने और बोलने का मौका मिला। जिसको मैने दिल से स्वीकार किया और कलम पकड़ कर अपने दिल से लिख डाला। आज आपलोगों के बीच एक कवि के रूप में हाजिर हूँ। दुख और दर्द से दिल का नाता है, इस लिए दर्द भरी रचना मन से लिखी जाती है। आप पसंद करते हैं तो हमारी कलम की धार भी तेज होती हैं और अपनी लेखनी को सफल बनाती है।
परिचय
पिता का नाम :- श्री वजीर चन्द्र अरोड़ा
माता का नाम :- श्रीमती सत्यावंती अरोड़ा
जन्म तिथि :- 03/02/1959
जन्म-स्थान :- जाखल मंडी,फतेहाबाद,हरियाणा
व्यवसाय :- डॉक्टर(जनरल प्रैक्टिस),अरोड़ा क्लीनिक
पता :- नजदीक सेंट्रल बैंक बी०बी०सी० वाली गली,ऐलनाबाद,सिरसा, हरियाणा
ईमेल-drmlarora7@gmail.com
मोबाइल नंबर-9896853750
डॉ मोहन लाल अरोड़ा की रचनाएं
- मिला जो मुझे तेरा साथ
- जिंदगी की इस भागदौड़ में
- दर्द
- आओ सब मिल कर ईमानदारी अपनाए
- गुनहगार
- ले चल रे मेरे गाँव
- दर्द-ए-तन्हाई
- मौत
- करवा चौथ
- कोरोना वायरस
- अर्थी
- रोटी
- भूख
- जुगनूँ
- हुआ सवेरा मिटा अंधेरा
- परिवार की छाँव
- आज की सोच
- मेरी माँ
- स्त्री
- मेरी अभिलाषा
- फिर से सर्दी आई
- विधवा का दर्द
- गरीब कुम्हार
- इंसानियत
- आ जाओ
- माँ के आँसू
- मेरा वतन
- इंतजार
- फिर से लिख रहा हूँ
- ऐ दर्द
- सनातन धर्म
- मेरी कविता की सोच
- मेरी बेटी है मेरा अभिमान
- जय माँ
- राम नवमी
- उम्मीद
- अस्पताल
- कोमल मन
- जेठ की दुपहरी
- ऐ मेरे रक़ीब
- रजनी
- मन चिंतन
- संघर्ष ही जीवन
- शराब
- नववर्ष
- अकेले हो
- आओ एक दीया जलाएं
- शाम सुरमई सी
- जल ही जीवन
- इश्क़
- यादगार लम्हे
- मुस्कान
- ये गीत तुम्हारा है
- लालसा
- तेरा ही हूँ
- बेटियाँ