बताओ ज़रा सलिल सरोज ये हंगामा क्या है, हमें भी बताओ ज़रानाकामी छुपाते हो कैसे, बताओ ज़रा। तुम तो खुदा के बन्दे हो,सब जानते हैंइंसाँ को लड़ाते हो कैसे, बताओ ज़रा। पुलिस,कोर्ट,सदन सब तुम्हारी जेब मेंफिर आँसू बहाते हो कैसे, बताओ ज़रा। गरीब, मजदूर, मजबूर के मसीहा तुमउन से मुँह चराते हो कैसे, बताओ ज़रा। रोटी,बेटी,खेती सब गिरवी तुम्हारे पाससब को बेच आते हो कैसे, बताओ ज़रा। धर्म, ज्ञान, विज्ञान के बड़े पैरोकार तुमफिर झूठ बनाते हो कैसे, बताओ ज़रा।