सीख

कभी हैरान होते थे कि
रोटी भी बिकती है दुनिया मे
ये तो अपने दादा दादी से सुना था
वो कहा करते थे किसी को
रोटी खिलाना पुण्य का काम है।

फिर पिताजी कहते थे पानी
पानी भी बिकता है
किसी की प्यासे को पानी
पिलाने से पुण्य होता है।

अब हमने देखा हवा भी
बिक रही है सरे आम
ये सांसे भी रुकने लगी अब
मेरे बच्चे कौन सा दौर
देखेंगे पता नहीं
हाँ इतना पता जरुर है
आज दादा दादी की बातें
याद आ रही है
ईश्वर का स्मरण भूखे को रोटी
प्यासे को पानी पिलाने से
सांसे देर तक चलती है।