
राजीव रंजन
नादान कलम के नाम से विख्यात आत्म बोध की पावन नगरी, गया बिहार के लोकप्रिय शिक्षक एवं कवि श्री राजीव रंजन की साहित्यिक यात्रा उनके हृदय में सुशोभित राष्ट्र प्रेम की अभिव्यक्ति है। श्री राजीव रंजन की कवितायें देश के स्वाधीनता संघर्ष से लेकर वर्तमान परिदृश्य की ज्वलंत विसंगतियों तक जागृति का संचार करती हैं। लक्ष्य भेद श्रम सेवी सम्मान 2020 से अलंकृत श्री राजीव रंजन के कई साझा काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। हिन्दी दैनिक अखबार रेड हैंडेड,दस्तक प्रभात,हिन्दी साप्ताहिक अखबार राइजिंग बिहार एवं लक्ष्य वेध हिन्दी मासिक ई-पत्रिका में कवि श्री राजीव रंजन की कवितायें प्रकाशित होती रहती हैं।
परिचय
नाम-श्री राजीव रंजन
जन्मतिथि-02/02/1986
जन्मस्थान-गया
माता का नाम- श्रीमती संजू देवी
पिता का नाम- श्री अखिलेश सिंह
शिक्षा- स्नातकोत्तर(राजनीति शास्त्र)
कार्य- पठन-पाठन
पता -शिवपुरी काॅलोनी मानपुर गया (बिहार)
ईमेल[email protected]
मोबाइल व व्हाट्सएप नंबर: 9430203540
पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित रचनाओं का विवरण :
पत्र-पत्रिका का नाम- लक्ष्यवेध ई-पत्रिका के जुलाई 2020 अंक में
संपादक संजय अग्रवाल,
हिंदी दैनिक अखबार रेड-हैण्डेड,
हिंदी दैनिक अखबार दस्तक प्रभात
और हिंदी साप्ताहिक अखबार राइजिंग बिहार आदि।
प्रकाशक का नाम तथा पता-क्रमशः दिल्ली एवं पटना से प्रकाशित।
प्रकाशन वर्ष-2019-20
संपादक का नाम-क्रमशः
विनोद कुमार यादव,प्रभात वर्मा एवं नीरज कुमार
राजीव रंजन की रचनाएं
- आज की भारतीय संस्कृति
- तेरी याद आती है
- सावन की यादें
- यूँ हमें हर-रोज आजमाया न करो
- दम लेगा इंडिया ‘कोरोना’ को भगाकर
- एक भाई का दर्द
- आज मेरे राम का हो रहा अभिनंदन है।
- प्रेम : पहले और आज
- माँ का वात्सल्य
- हमारा भारत प्यारा भारत
- सरस्वती वंदना
- एक प्रेयसी की वेदना
- राहत
- माधव की महिमा
- मिली थी खुशियाँ दुःख के साथ
- कैसे कहें की मेरा भारत महान है
- स्कूल वाला प्यार
- जमाने को जानें सुनकर मेरे तराने
- शिक्षक हमारी प्रेरणा हैं
- रिवाज़ों की बेड़ियां
- हमें रोजगार चाहिए
- आईना
- हिंदी हमारी पहचान है
- तीज का त्यौहार
- श्री गणेशा
- प्रभात बेला
- आये नंदलाला
- पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया
- दर्द-ए-दिल
- प्यार का नशा
- दहन करें अंतर्मन के रावण का
- मैं काल हूँ
- पराक्रमी सुभाष
- रह गया मेरा इश्क़ अधूरा
- धरा कश्मीर हमें जान से भी प्यारी है
- दिल में हिन्दुस्तान रखो
- बचपन की यादें
- दर्द का एहसास
- तू आ भी जा
- हाऊ’ज द जोश